शहरी जीवन में अति व्यस्थ दिनचर्या के कारण मुख्यतः 30 की उम्र में ही हाई पर टेंशन नाम रोग शुरू हो जाता है। इसका नाम रोग शुरू हो जाता... Read more »
अेक समय राजां युधिस्ठिर भगवान स्री किरसण जी सूं परसन करयो कै है जनारदन दान अ’र यग्य बो किसो पुण्य है जिके रे करने सूं राज्य री पिराप्ति होवे... Read more »
हल्दी को रसोई की रानी कहा जाता है। ब्रह्मचारी के हल्दी से रंगे यज्ञोपवीत सिर्फ कोरे दिखावें की चीजें नहीं बल्कि इनका अपना एक वैज्ञानिक महत्व भी है। यह... Read more »
ग्रीष्म ऋतुपेय प्रदार्थ मयुखैर्जगतः स्नेहं ग्रीष्मे पेपीयते रविः। स्वादु शीतं द्रवं स्निग्धमन्नपानं तदाहितम्।। (चरक संहिता) अर्थात ग्रीष्म ऋतु में सूर्य अपनी प्रखर किरणों द्वारा संसार के जड़ चेतन जगत... Read more »
युधिष्ठिर ने कहा- जनार्दन! ‘अपरा’ का सारा माहात्म्य मैंने सुन लिया, अब ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष में जो एकादशी हो उसका वर्णन कीजिये। भगवान श्रीकृष्ण बोले- राजन्! इसका वर्णन परम... Read more »
मनुष्य के जीवन में दान का अत्यधिक महत्व बतलाया गया है, यह एक प्रकार का नित्यकर्म है । मनुष्य को प्रतिदिन कुछ दान अवश्य करना चाहिये – ‘श्रद्धया देयम्,... Read more »
भारतवर्ष के अधिकांश राज्यों में ग्रीष्म ऋतु का प्रभाव अधिक रहता है। मुख्यतः राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा एवं दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में ग्रीष्म ऋतु का प्रभाव सर्वाधिक... Read more »